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शासन- प्रशासन कारम डैम सफल ऑपरेशन बताकर, थपथपा रहा अपनी पीठ, राहगीर परेशान। कारम डेम सीपेज के बाद से ही गुजरी-फरसपूरा पुलिया पर लगातार बह रहा पानी, भविष्य गढ़ने के लिए जान जोखिम में डालकर निकल रहे बच्चे, जिम्मेदार बेखबर।

धामनोद समाचार पर समाचार प्रकाशित होने के बाद भी अधिकारी मौन,गंभीर हादसे के इंतजार में है जिम्मेदार अधिकारी।

गुजरी // रिपोर्टर रोहित शर्मा

गुजरी// विगत दिवस 100 करोड़ के कोडिदा कारम डैम सीपेज के कारण एक और जहां शासन-प्रशासन अलर्ट पर था। वही कोठीदा कारम के संभावित फुटने के खतरे से अवगत था। जहाँ कैनाल बनाकर सुरक्षित पानी निकालने के बाद एक और जहां शासन-प्रशासन और सरकार ने सफल ऑपरेशन बताकर ,अपनी पिठ थपथपाई। जानकारी में आपको बता दें कि,विगत दिवस 14 अगस्त को बांध के एक हिस्से पर कट लगाकर पानी निकाला गया उसकी त्रासदी आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में देखने को मिल रही है। एक और जहां शासन- प्रशासन व सरकार अपनी पीठ थपथपा कर, वाहवाही लूट रहा है। वही उक्त डैम के क्षतिग्रस्त हो जाने से पानी का बहाव निरंतर होने के कारण, गुजरी-फरसपूरा मार्ग पर बनाई स्टाफ डेम रपट पर लगातार पानी बह रहा है, जिससे स्कूली बच्चे अपने भविष्य गढ़ने के लिए जान जोखिम में डालकर रपट पर बहते पानी के बीच निकलने को मजबूर है। जबकि ग्रामीणजन भी जान जोखिम में डालकर पुलिया पार कर रहे। जानकारी में आपको यह भी बता दे की,कारम नदी पर बनी गुजरी- फरसपूरा पुलिया पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। पुलिया पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए जिससे सरिए निकल रहे हैं। कारम बांध सीपेज के बाद से ही नदी में पानी का तेज बहाव जारी है, जिससे राहगीर परेशानियां झेल रहे है। ग्रामीणों ने नेता एवं जिम्मेदार अधिकारियों को इस पुलिया के लिए कई बार अवगत करा दिया गया है, किंतु जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। गौरतलब है कि, गुजरी- फ़रसपुरा पुलिया का कई सालों पहले निर्माण किया गया था जो 4 सालों से क्षतिग्रस्त है। पुलिया पर पानी होने के बावजूद भी ग्रामीणजन,स्कूली बच्चे निकल रहे हैं, जिसके कारण हादसे होने की आशंका बनी हुई है। वही इस बड़े मामले को लेकर भी पंचायत बारिश के बाद पुलिया पर मुरूम डालकर इतिश्री कर लेती है। एवं नए निर्माण के लिए पंचायत में भी कई बार उच्चाधिकारियों को लिखित में दे दिया गया। किंतु नई पुलिया निर्माण की स्वीकृति अभी तक नहीं मिल पा रही है। इस रास्ते से ग्रामीण फ़रसपूरा, जहांगीरपुरा, मसीदपूरा, चौकी , भांडाखो,उतावली आदि गांव के लोग इसी पुलिया को पार कर सामान लेने गुजरी पहुंचते हैं। साथ ही धार जाने वाले ग्रामीण भी इस रास्ते से पुलिया से निकलते हैं ।

वही धामनोद समाचार ने इस ओर शासन- प्रशासन का ध्यान दो दिवस पूर्व भी आकर्षित करवाया था कि, किस प्रकार से क्षतिग्रस्त पुलिया से जान जोखिम में डालकर ग्रामीण, स्कूली बच्चे पुलिया पार कर रहे। वही दिनांक 24 अगस्त सुबह 7:00 बजे उक्त पुलिया पर से जा रहा ट्रैक्टर, स्टाफ डेम रपट के गड्ढे में फस गया था जिसे जेसीबी की सहायता से निकाला गया। 2 दिन पूर्व 14 तारीख को धामनोद समाचार पर प्रमुखता से समाचार प्रकाशित होने के बाद भी शासन-प्रशासन व जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा उक्त समस्या के निराकरण की ओर ध्यान न देना, क्या किसी बड़े हादसे का इंतजार किया जा रहा है। ग्रामीणों की मांग है कि, इस पुलिया का जल्द से जल्द नया निर्माण किया जाए।

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