श्री पारेश्वर सेवाधाम आश्रम धामनोद द्वारा गीता जयंती से निःशुल्क कंबल वितरण की सेवा प्रारंभ की गई,जो चल रही हे अनवरत ।
“एक कदम सेवा की और आपका भी” संकल्प लेकर धामनोद नगर व आस-पास के क्षेत्र में,जरूरतमंदों को कंबल का किया जा रहा वितरण।
धामनोद//रिपोर्टर-दिव्येश सिंघलधामनोद//श्री पारेश्वर सेवाधाम आश्रम धामनोद द्वारा गीता जयंती से निःशुल्क कंबल वितरण की सेवा प्रारंभ की गई जो कि अनवरत चल रही है। “एक कदम सेवा की और आपका भी” संकल्प लेकर धामनोद नगर व आसपास क्षेत्र में जरूरतमंदों को कंबल का वितरण किया जा रहा है। रात्रि में आश्रम के सदस्यों के साथ जाकर फुटपाथ पर लेटे हुए निराश्रितों को कंबल वितरण किए जा रहे हैं एवं आश्रम में आने वाले परिक्रमा वासियों को भी कंबल दिए जा रहे हैं। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी करीबन 400 से 500 कंबलों का वितरण ठंडी के समय किया जाता है। संत श्याम दास स्वयं इन लोगों के बीच में जाते हैं और अपने हाथों से जरूरतमंदों को कंबल प्रदान करते हैं। गत रात्रि में भी आश्रम के सदस्य अनिल विश्वकर्मा, सोहन वास्केल एवं आश्रम के विद्यार्थियों को साथ में लेकर जरूरतमंदों को कंबल ओढ़ाये गए, संत श्याम दास ने बताया कि कंबल वितरण करते समय कई अनुभव होते हैं। यह ऐसी सेवा है जिसके द्वारा आप आत्म सुख की अनुभूति कर सकते हैं। कल रात्रि में जब जरूरतमंदों को कंबल ओढ़ा रहे थे तो एक महिला जिसके पास ओढ़ने के लिए कुछ भी नहीं था वह बोतल,थैली आदि बिन कर अपना गुजर-बसर करती है जब रात्रि 10:30 बजे रास्ते पर उसे टहलते देखा उसके पास जाकर हमने उसे कंबल ओढ़ाया तो उसकी आंखों में आंसू आ गए। उससे पूछा कि रो क्यों रही हो,तो उसने कुछ नहीं बताया। लेकिन मैं उसके मनोभाव को समझ गया कि उसको जब अचानक से कंबल मिला तो, खुशी से उसकी आंखें भर आई। ऐसे सेवा कार्यों के द्वारा आत्म सुख की अनुभूति कर सकते हैं। पीड़ितों व निराश्रित की सेवा कर के आप भगवान की सच्ची आराधना कर सकते हैं और यही मानवता है। यह मेरा मानना है की इस पुनीत सेवा में जो भी अपना सहयोग देना चाहते हे दे सकते हैं।