विश्व पर्यावरण दिवस पर पर्यावरण संरक्षण व नवाचार को लेकर, नवादपुरा के कमल पटेल को प्रथम पुरस्कार 50 हजार की पुरस्कार राशि देकर, शील्ड व सम्मान पत्र से किया सम्मानित।
नवादपूरा के कमल पटेल की अनूठी पहल.... पर्यावरण पुरस्कार राशि से गाय के गोबर की बनेगी लकड़ी।
कुक्षी// रिपोर्टर आशुतोष सेन
कुक्षी// धार जिले के नवादपुरा के कमल पटेल को विश्व पर्यावरण दिवस पर,रविवार को भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने वर्ष 2020-21 के लिए गैर सरकारी संगठन स्वयं की श्रेणी में पर्यावरण संरक्षण व नवाचार को लेकर प्रथम पुरस्कार 50 हजार की पुरस्कार राशि देकर, शील्ड व सम्मान पत्र से सम्मानित किया गया।
आपको बता दे कि, मध्यप्रदेश प्रदूषण बोर्ड ने रविवार को भोपाल में सुबह 11 बजे मध्यप्रदेश वार्षिक पर्यावरण पुरस्कार 2020-21 के लिए कार्यक्रम आयोजित किया था।जिसमें मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान थे। व प्रदेश के पर्यावरण व नवीन ऊर्जा मंत्री हरदीपसिंह डंग, जनअभियान परिषद के उपाध्यक्ष डा. जामदार, हिवरे बाजार महाराष्ट्र के सरपंच पोपटलाल पंवार, पर्यावरण विभाग के प्रमुख सचिव अनिरुद्ध मुखर्जी, वन विभाग के प्रमुख सचिव अशोक वर्णवाल व इफको के एमडी श्रीमन शुक्ला मौजूद थे। जहा कार्यक्रम में धार जिले के नवादपुरा के कमल पटेल को गैर सरकारी संगठन व्यक्तिगत की श्रेणी में पर्यावरण संरक्षण व नवाचार को लेकर प्रथम स्थान प्राप्त करने पर, वार्षिक पर्यावरण पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया। व मंच पर ही कमल पटेल के साथ मुख्यमंत्री चौहान व पर्यावरण मंत्री डंग ने कुछ देर बात की। नवादपुरा में पर्यावरण संरक्षण, पौधारोपण, गो संवर्धन, जैविक खेती, आत्मनिर्भर शिक्षा व महिला सशक्तिकरण को लेकर किए गए कार्य पर बातचीत की।
पुरस्कार राशि से गाय के गोबर की लकड़ी बनेगी-
नवादपुरा के कमल पटेल ने कहा कि, पर्यावरण पुरस्कार के रूप में मुझे जो 50 हजार की राशि मिली है। उससे गांव की गोशाला में गाय के गोबर से लकड़ी बनाने की मशीन लगाई जाएगी। इस लकड़ी को आसपास के मुक्तिधाम में भेजा जाएगा, ताकि स्वजन अपनों के अंतिम संस्कार में इसका उपयोग कर सके। अंतिम संस्कार में हम पेड़ों को काटकर लकड़ी का उपयोग कर रहे हैं, वह बंद होगा। एक तरह से यह पर्यावरण संरक्षण का ही कार्य होगा। इस कार्य से जो आय होगी, उसका उपयोग गो संवर्धन के कार्यों में किया जाएगा