ऐतिहासिक नाहर झरोखा मे होगा जी- 20 के अतिथियों का गाला डिनर,क्षेत्रीय संस्कृति से अतिथि होंगे रूबरू।
विभाग द्वारा अतिथियों के स्वागत में इंतजाम और व्यवस्थाओं हेतु, व्यापक स्तर पर तैयारियों का दौर शुरू।
मांडू//रिपोर्टर-ऋषि जायसवालमांडू//14 फरवरी को जी 20 के प्रतिनिधि मांडू भ्रमण पर आ रहे हैं। इस दौरान मांडू के ऐतिहासिक स्थलों के भ्रमण के साथ यहां विशेष रूप से गाला डिनर का आयोजन होगा। गाला डिनर के लिए कई स्थानों को लेकर चर्चा थी। पर यह बात सामने आ रही है कि जहाज महल परिसर में स्थित ऐतिहासिक नाहर झरोखा पर जी 20 के अतिथियों का गाला डिनर होना तय है। गौरतलब है कि मांडू में जी 20 देशों के अतिथियों के लगभग 9 दोरे प्रस्तावित हैं। इसमें अब तक तीन दोरो को लेकर स्थिति स्पष्ट हुई है। जबसे जी-20 देशों के प्रतिनिधियों के मांडू आने का कार्यक्रम तय हुआ है तभी से यहां व्यापक स्तर पर तैयारियों का दौर शुरू हो गया था। सरकार के सभी विभाग यहां अतिथियों के स्वागत के इंतजाम और व्यवस्थाओं को सुचारू करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। सूत्रों के हवाले से यह खबर भी सामने आई हे कि पर्यटन मंत्रालय मध्यप्रदेश शासन चाहता था कि गाला डिनर मांडू की मालवा रिसोर्ट में हो ताकि इस बड़े आयोजन के माध्यम से प्रतिनिधियों को आकर्षित किया जाए। हालांकि विदेशी अतिथियों की तगड़ी सुरक्षा और प्रोटोकॉल के मापदंड होने के कारण हर व्यवस्थाओं पर बारीकी से चिंतन किया जा रहा है। अब गाला डिनर के लिए ऐतिहासिक नाहर झरोखा लगभग तय स्थान माना जा रहा है। तैयारियां भी तेज हो गई है। फिलहाल जी-20 देशों के अतिथियों का मांडू भ्रमण का पूरा कार्यक्रम जारी नहीं हुआ है। पर यह तय है की जी 20 देशों के दौरे के दौरान मांडू ऐतिहासिक आकर्षण का केंद्र रहेगा। अधिकांश कार्यक्रम जहाज महल परिसर में ही आयोजित किए जा रहे हैं। जहाज महल में साफ सफाई और मरम्मत के साथ सुंदरीकरण के कार्य तेजी से चल रहे हैं।
राज परिवार के लोग शेर और चीता को यहां से निहारते थे,इस कारण नाहर झरोखा का मिला नाम :-
कई प्राचीन ग्रंथ और इतिहास इस बात का साक्षी है कि मांडू बाघो,चीतो और तेंदुओ का प्राकृतिक आवास रहा है। यहां प्राचीन काल मैं रहे घने जंगलों और उनकी भयावहता के विषय में अनेक आलेख मिलते हैं। जहाज महल परिसर में स्थित नाहर झरोखा का निर्माण राज परिवार के लिए इसलिए किया गया था ताकि वहां से वे बाघो,शेरो,चीतो और जंगली जानवरों को निहार सके। इसके साथ और कई ऐतिहासिक तथ्य नाहर झरोखा से जुड़े हुए हैं। जी 20 विजिट और गाला डिनर के बाद नाहर झरोखा और भी सुर्खियां बटोरेगा।
गाला डिनर का तात्पर्य :-
यहां जी-20 देशों के होने वाले गाला डिनर में, जी-20 देशों के प्रसिद्ध व्यंजनों के साथ भारत और मालवांचल के लजीज व्यंजनों को शामिल किया जाएगा। गाला डिनर का तात्पर्य अति विशिष्ट लोगों के लिए होने वाले भोजन से हैं। जिसमें लगभग सैकड़ों लोग शामिल होते हैं। इस दौरान डिनर के साथ ही सांस्कृतिक आयोजन भी होते हैं। जिसमें क्षेत्रीय संस्कृति से अतिथियों को रूबरू कराया जाता है।