दिल्ली का दल पहुंचा कोठीदा डैम किया निरीक्षण, 13 सितंबर तक रहेगा प्रदेश में, भोपाल में दिल्ली का दल मिलेगा अधिकारियों से।
गुजरी// रिपोर्टर रोहित शर्मा
गुजरी// एक माह पूर्व दिनांक 11 अगस्त को दोपहर 1:00 बजे मिट्टी के बांध से रिसाव होने की सूचना मिलने पर शासन-प्रशासन मौके पर पहुंचे। जहां शाम 6:00 बजे बांध की पाल को सुधार लिया गया । 12 अगस्त को सुबह 6:00 बजे अचानक एक बार फिर बांध की पाल खिसकने और पानी निकलने की स्थिति बनी जिसके बाद फिर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट हो गया। तभी उद्योग मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव मौके पर पहुंचे एवं कुछ घंटों बाद जल संसाधन विभाग मंत्री तुलसी सिलावट भी मौके पर पहुंचे और स्थिति पर नियंत्रण की बात कही । जबकि 14 अगस्त की शाम 6:00 बजे अचानक से बांध के चैनल से पानी तेज निकलना शुरु और बाढ़ के हालात बन गए जिससे कारम नदी ने अपना रौद्र रूप धारण कर लिया था । उसी दिन धार जिले के 12 और खरगोन जिले के 6 गांव में करीब 2 घंटे तक खतरे की स्थिति निर्मित रही। कुछ समय बाद 2 गांव के कुछ घरों में पानी घुसा वही 7 से 8 गांव में खेतों में फसलें भी प्रभावित हुई थी। जिसके बाद अगले दिन 15 अगस्त को हालात सामान्य हो गए थे जहां मौके पर झंडा वंदन किया गया था। 16 अगस्त को एसडीएम के निर्देश के बाद पटवारी एवं सचिव की टीम बनाकर गावों में नुकसानी का सर्वे शुरू किया गया। उसी दिन पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कारम बांध पहुंचकर सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था । अगले दिन 17 अगस्त को सरकार द्वारा चार सदस्य की टीम बनाकर मौके पर दल पहुंचा जहां जांच की गई।
वही दिल्ली का दल 9 सितंबर को रात्रि में धार पहुंच गया था। जहां पर रात्रि विश्राम कर, अगले दिन 10 सितंबर को सुबह मांडू पहुंचे। मांडू में एक निजी होटल में समीक्षा बैठक कर, कोठीदा भारुडपुरा डैम पहुंचे । दिल्ली के दल में डॉ सूर्य प्रकाश हेड जीएमआर डिवीजन राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान, सौरभ कुमार उपसंचालक राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, दीपक साटकूटे चीफ इंजीनियर एवं अन्य अधिकारी रहे। कलेक्टर डॉ पंकज जैन ,अपर कलेक्टर श्रंगार श्रीवास्तव, एसडीएम भूपेंद्र रावत, नायब तहसीलदार केशिया सोलंकी, जनपद पंचायत सीईओ जीएस दुबे समेत अधिकारियों ने कोठीदा भारुड़पूरा डैम पर पहुंचकर निरीक्षण किया। वही धार जिले का कारम बांध आपदा प्रबंधन का माडल बन गया है, इसे भविष्य के सबक के रूप में देश के सभी आपदा प्रबंधन संस्थानों में पढ़ाया जाएगा । दिल्ली का यह दल भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान , अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजौरा सहित जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से मिलेगा । वहीं बांध स्थल का दौरा कर, बांध से बायपास चैनल बनाकर पानी निकालने वाले अधिकारी – कर्मचारी और ग्रामीणों से मिलकर प्रबंधन की बारीकियां समझेगा । ये दल 13 सितंबर तक मध्य प्रदेश में ही रहेगा ।