महेश्वर रोड स्थित संजय नगर में पेयजल पाइपलाइन, बगैर सीएमओ की जानकारी दिए, टंकी से जोड़ने पर मचा बवाल।
सीएमओ एवं जल कर्मचारियों की व्हाट्सएप ग्रुप पर हुई, चैटिंग, सोशल मीडिया पर वायरल।
ओंकारेश्वर बांध से निरंतर छोड़ा जा रहा जल, निकासी को लेकर। एक और जहां खलघाट स्थित नर्मदा नदी उफान पर होने से धामनोद शहर की, जल प्रदाय योजना पूर्ण रूप से प्रभावित हुई है। जिसके कारण धामनोद नगर पंचायत के महेश्वर रोड स्थित संजय नगर में बने नए नगर परिषद प्रांगण में स्थित पानी की टंकी को आरओ पाइपलाइन से जोड़ने का मामला गरमाता जा रहा है। एक और जहां, उक्त पाइपलाइन टंकी से जोड़ने से वार्डवासियों को पीने का पानी सुगमता से उपलब्ध हो जाएगा । वही नगर पंचायत सीएमओ माया मंडलोई की जानकारी के बगैर, उक्त पाइप लाइन जोड़ दी गई। जिस पर नगर पंचायत सीएमओ एवं नपा कर्मचारियों के बीच में हुई व्हाट्सएप पर चैटिंग , सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
सोशल मीडिया पर हुई वार्तालाप की झलक-
सीएमओ- मुझसे बिना पूछे मुख्यमंत्री पेयजल योजना कि पाइपलाइन, पेयजल शाखा प्रभारियों ने नई नगर परिषद के वाटर टैंक से जुड़वाँ ली गई है। बहुत ही शर्मशार है, यह बात की बिना cmo के पेयजल शाखा प्रभारियों ने पाइपलाइन जुड़वाँ ली।
नपा कर्मचारी- मेम मेरे संज्ञान में बिल्कुल नहीं है,कब और किसने जुड़वाई मुझे नहीं मालूम। फिर भी मैंने चन्दर को बोल दिया है,उस लाइन को वापस काट दे।
सीएमओ– और अब मोबाइल स्विच ऑफ कर बैठ गए है। जमीलजी रोज रोज नगर परिषद आया करते है। जाने क्या साठ गांठ कर पाइपलाइन, पेयजल शाखा प्रभारी ने पेयजल योजना वाले, गोलू से की और बिना cmo नगर अध्यक्षजी को बताये बिना उनकी जानकारी के पाइपलाइन जुड़वाँ ली,बहुत ही शर्म की बात है।
कर्मचारी- मेम मेरा मोबाइल डिस्चार्ज हो गया था अभी चार्ज करके चालू किया है,स्विच ऑफ करने का तो सवाल ही नहीं उठता और मोबाइल बंद होने से पहले आपसे बात भी हुई है।
सीएमओ- जिसमे जमील नाम के पार्षद प्रतिनिधि भी शामिल है।
पंचायत कर्मचारी- मेम जी अध्यक्ष महोदय के कहने पर गोलू ने लाइन जोड़ी थी अध्यक्ष महोदय ने गोलू को फोन भी किया था कि वो टंकी की लाइन जोड़ दें । उसके बाद गोलू ने जोड़ी है हमारी क्या मजाल कि हम लाइन जुड़वाले । आपको भी बोला था एक बार मैंने ऑफिस चेंबर में तो आपने भी बोला था ठीक है जुड़वा लो उसके बाद गोलू ने जोड़ी । हमारी क्या मजाल के मैडम जी आपके बिना आदेश से हम यह कार्य करेंगे।
सीएमओ- झूठ मत बोलो। और जब शाखा प्रभारियों को पाइपलाइन काटने का कहा गया तो मोबाइल स्विच ऑफ कर लिए गए है। ना ही मेने कोई आदेश दिया था।एक तो बिना पूछे काम करते हो और बाद में झूठ बोलते हो। पेयजल योजना में ठेकेदार को पत्र लिखों। सारे काम जो पेंडिंग है उनका ब्योरा भी लिखना,की बिना पूछें पाइपलाइन क्यों जोड़ी गई।मुझे बिना बताये, बिना मेरी परमिशन के चोरी छुपे काम करवा लिया ऐसा क्या कारण है की वर्किंग डे मे पाइपलाइन ना जुड़वाते हुए छुट्टी में पाइपलाइन जुड़वाई गई। झूठ पर झूठ मैंने कब कहाँ शर्म करो। चौरी छुपे काम क्यों किया गया जो cmo को भी बताना जरुरी नहीं समझा गया । ऐसा क्या था जो cmo की जानकारी के बिना ही छुट्टी के टाइम पाइपलाइन जोड़ दी गयीं। ठीक है कटवा दो,ताकि जमीलजी को क्लियर हो जाये की मैंने नहीं पाइपलाइन जुड़वाई। यदि इतने ही सच बोलने वाले हो तो छुट्टी में बिना मुझसे पूछें पाइपलाइन क्यों जोड़ी गयीं चौरी छुपे।बहुत ही शर्म की बात हैं,झूठी बात पर। चन्दर जो हर फोटो मुझे सेंड करता है यह क्यों छुपकर किया। ना ही फोटो सेंड किए। समस्या के फ़ोटो तो खूब सेंड करते हो इतनी बड़ी बात क्यों छुपाई। नरेन्द्र piu के नाम से पत्र बना लो की बिना मेरे संज्ञान में लाये यह पाइपलाइन क्यों जोड़ी गयीं चन्दर के कहने पर।