गणपति घाट पर दो अलग अलग हादसें….. अनियंत्रित होकर ट्राले ने पीछे चल रहे दूसरे ट्राले को मारी जोरदार टक्कर, कुछ देर बाद ट्राले में लगी भीषण आग ने ।
जोरदार टक्कर में दूसरे ट्राले का चालक फंसा वाहन में, क्रेन की मदद से निकाला बाहर। 4 दिन पूर्व धार जिला कलेक्टर ने सड़क सुरक्षा समिति की रखी थी बैठक, दिए थे आवश्यक निर्देश।
गुजरी//रिपोर्टर- रोहित शर्मा
गुजरी// राऊ-खलघाट फोरलेन के गणपति घाट पर हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे है । अत्यधिक ढलान होने की वजह से घाट पर प्रतिदिन दुर्घटनाएं हो रही हैं । घाट पर गुरुवार व शुक्रवार मध्य रात्रि को फिर एक और हादसा हो गया। धामनोद कि तरफ से आकर घाट चढ़ रहा ट्राला क्र. जी जे 34 टि 6069 के ब्रेक फेल होने से ट्राला अनियंत्रित होकर रिवर्स आकर पीछे चल रहा दूसरा ट्राला क्र. आर जे 11 जीबी 3101 को जोरदार टक्कर मारते हुए, ब्रेक फेल ट्राला डिवाइडर कूद कर घाट चढ़ने वाली लेन पार कर ढाबे के पास जाकर खड़ा हो गया । कुछ देर बाद अज्ञात कारणों से ट्राले में भयानक आग लग गई ।देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। जिससे तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई । दो फायर बिग्रेड की मदद से आग पर काबू पाने की कोशिश की गई। किंतु ट्राले में केमिकल भरे होने से आग बुझने का नाम नहीं ले रही थी । सुबह तक आग पर काबू नहीं पाया गया। सुबह 10 बजे तीसरी फायर ब्रिगेड की मदद से आग पर काबू पाया । वहीं हादसे में पीछे आ रहा दूसरे ट्राले की टक्कर में उसी का चालक अपने ही वाहन में फंस गया । पुलिस एवं ग्रामीणों व क्रेन की मदद से करीब 1 घंटे बाद चालक को बाहर निकाला गया । जिसे टोल एंबुलेंस की मदद से उपचार के लिए धामनोद अस्पताल भेजा गया ।
दूसरा हादसा-
वही दूसरा हादसा कुछ देर बाद धामनोद कि तरफ से आकर फिर घाट चढ रहा ट्राला क्र.एम एच 18 बिए 1396 के ब्रेक फेल होने से ट्राला अनियंत्रित होकर रिवर्स आकर डिवाइडर कूद घाट चढ़ने वाली लाइन पार कर खेत में जाकर रुक गया । गनीमत रही कि, इस हादसे में रिवर्स आने पर अन्य वाहन चपेट में नहीं आया । घटना के बाद काकड़दा पुलिस ने पहुंचकर ट्रैफिक व्यवस्था संभाली ।
4 दिन पूर्व जिला कलेक्टर ने सड़क सुरक्षा को लेकर दिए थे निर्देश-
गणपति घाट पर नहीं थम रही दुर्घटनाएं , 4 किलोमीटर का क्षेत्र मौत के घाट के रूप में जाना जाता है। 2009 से अभी तक 700 से अधिक मौतें हो चुकी है वहीं हजारों लोग दुर्घटनाओं का शिकार होकर, गंभीर घायल होकर शारीरिक विकलांग हो चुके हैं। वही जिले में 4 दिन पूर्व ही कलेक्टर डॉक्टर जैन ने जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक रखी थी। जिसमे सड़क सुरक्षा और दुर्घटनाओं को रोकने व सर्वाधिक दुर्घटना क्षेत्रों को चिन्हित करने के लिए ,आवश्यक निर्देश दिए गए थे। वही धार जिले में 2021 में जिले में कुल 1973 दुर्घटनाएं हुई जिसमें 627 की मृत्यु हुई तथा 2204 गंभीर घायल हुए