बेस्ट टीचिंग अवार्ड से सम्मानित शिव सर की अपनी कुछ अलग सोच,2024-25 में, सर्वसुविधा युक्त पहल एडवांस स्कूल नर्सरी से 12वीं तक करेंगे प्रारंभ।
शिवस एकेडमी में, IIT-JEE,NEET की कोचिंग के माध्यम से कई छात्र-छात्राएं शिव सर के मार्गदर्शन मे बने,इंजीनियर व डॉक्टर।
धामनोद//रिपोर्टर-दिव्येश सिंघल
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सन् 1999 की,जब रविंद्र नाट्य ग्रह इंदौर में,एक समारोह में बेस्ट टीचिंग अवार्ड से सम्मानित शिव शंकर वर्मा जिन्हे “शिव सर” के नाम से जाना जाता है। जिनका निमाड़ क्षेत्र धामनोद में शिक्षा का माहौल बनाने में मुख्य योगदान रहा है। सन् 2000 मैं,अपनी मां की स्मृति में समर्पित शिवस एकेडमी में IIT-JEE,PET,PMT(NEET) की कोचिंग के माध्यम से कई छात्र-छात्राओं ने इनके साथ लगन से मेहनत कर IIT-JEE,PET व PMT में अपना चयन करवा कर इंजीनियर व डॉक्टर बने। सन् 2001 में ही PET में ऑल इंडिया रैंक (AIR)18 व PMT में 32वीं रैंक उनके मार्गदर्शन में बच्चों को प्राप्त हुई। इसके उपरांत धामनोद में शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति आई जिसके साक्षी शिव शंकर वर्मा है।
शिव शंकर वर्मा की कुछ अलग ही सोच थी,की सन् 2015 में पहल-ए- स्कूल,9 वीं से 12वीं तक की शिवनगर कॉलोनी धामनोद में स्थापना की। जहां बच्चों को उच्च स्तर की शिक्षा और संस्कारित ज्ञान प्राप्त हो रहा है। जिससे स्कूल के सर्वाधिक बच्चों को मुख्यमंत्री की लैपटॉप योजना का लाभ भी प्राप्त हुआ। धामनोद क्षेत्र में पहल-ए-स्कूल ने अपनी अलग पहचान बनाई। अब पालकों और बच्चों के विश्वास और अपेक्षाओं को बनाए रखने के लिए शीघ्र ही शिव शंकर वर्मा अपनी कुछ अलग सोच के साथ पहल एडवांस स्कूल प्रारंभ करने जा रहे हैं,जो नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आधारित अर्थात एक समान कोर्स व तकनीकी शिक्षा पर आधारित,9 बीघा में फैले सर्वसुविधा युक्त पहल-ए-स्कूल जो नर्सरी से 12वीं तक सत्र 2024-25 मैं प्रारंभ होने जा रहा है। पहल ऐसे स्कूल की है जहां प्रत्येक वर्ग के पालकों और बच्चों के सपने जो उच्च स्तरीय स्कूल में पढ़ाने व पढ़ने के है,पूरे होंगे। हम कह सकते हैं,कि उनकी सोच छात्र-छात्राओं के हित को ध्यान में रखते हुए कुछ अलग करने की होती है।