धामनोद समाचार की खबर का असर… मतदान केंद्र एवं सड़क नहीं होने से ग्रामीणों द्वारा समस्या को लेकर, मतदान का बहिष्कार करने की दी थी चेतावनी, हुआ समस्या का समाधान।
खेरीयाखोदरी गांव में पहुंची प्रशासन की टीम,ग्रामीणों से रूबरू होकर, दिया आश्वासन।
उमरबन// रिपोर्टर यश जैन
उमरबन = जनपद पंचायत उमरबन क्षेत्र की ग्राम पंचायत मंडावदा के गांव खेरियाखोदरी एवं चांदीयावाड के लगभग 650 मतदाता एवं अन्य निवासियों ने आगामी 1 जुलाई को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर, ग्राम खेरिया खोदरी में मतदान केंद्र नहीं बनाए जाने एवं मंडावदा से खेरिया खोदरी पहुंच मार्ग पर सड़क नहीं होने को लेकर, दोनों गांवों के ग्रामीणों ने इस बार मतदान का बहिष्कार करने का निर्णय लेकर जिला कलेक्टर धार डॉक्टर पंकज जैन के नाम का पत्र भेजा गया। वही ग्रामीणों की समस्या को लेकर, धामनोद समाचार में 22 जून बुधवार को ” मतदान केंद्र एवं सड़क नहीं होने से ग्रामीणों द्वारा आगामी 1 जुलाई को मतदान का किया जाएगा बहिष्कार ” शीर्षक से समाचार प्रकाशित होने के दो दिन बाद, शुक्रवार 24 जून को सहायक रिटर्निंग अधिकारी एवं जनपद पंचायत उमरबन के सीईओ देवेंद्र बराडिया , चौकी प्रभारी अभिषेक जाधव एवं निर्वाचन नोडल अधिकारी रमेश मुजाल्दा सहित पंचायत के कर्मचारी ग्राम खेरीया खोदरी पहुंचकर, ग्रामीण मतदाताओं से रूबरू होकर उनकी बात सुनी। इस पर ग्रामीण महिला- पुरुष ने एक स्वर में खेरीया खोदरी में मतदान केंद्र खोलने की मांग रखी।
जिस पर रिटर्निंग अधिकारी देवेंद्र बराडिया ने कहा कि, चुनाव की प्रक्रिया अब लगभग पूर्ण हो गई है एवं अब मात्र मतदान संपन्न कराने की प्रक्रिया चल रही है। मतदान केंद्रों की संपूर्ण जानकारी जिला निर्वाचन अधिकारी के पास पूर्व में भेजी गई है। इसलिए सभी मतदाता मतदान केंद्र मंडावदा पहुंचकर, शत प्रतिशत मतदान करें एवं मंडावदा से खेरिया खोदरी तक सड़क का कार्य आचार संहिता समाप्त होने के बाद ,सड़क का निर्माण किया जाएगा। साथ ही मार्ग में जहां गड्ढे हो गए हैं जहां कीचड़ फैल जाता है उस स्थान पर एक-दो दिन में मुरम डालकर आवागमन सुचारू किया जाएगा। रिटर्निंग अधिकारी द्वारा आश्वासन देने के बाद ग्रामीण महिला- पुरुष मतदाता ने भरोसा दिलाया कि मतदान शत-प्रतिशत किया जाएगा। अब ग्रामीणों में उम्मीद जगी है कि, चुनाव संपन्न होने के बाद पंचायत में सरपंच द्वारा निर्णय लेकर सड़क का कार्य किया जाएगा।