प्रशांत किशोर का कांग्रेस चिंतन शिविर पर तंज: गुजरात और हिमाचल प्रदेश में दुर्दशा का इंतजार, कोई सुधार नहीं
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने उदयपुर में हाल ही में संपन्न हुए कांग्रेस के चिंतन शिविर को विफल करार दिया है। एक ट्वीट में उन्होंने कहा, ”मुझे बार-बार उदयपुर चिंतन शिविर के परिणाम पर टिप्पणी करने के लिए कहा गया है। मेरे विचार से यह यथास्थिति को बढ़ाने और कांग्रेस नेतृत्व को कुछ समय देने के अलावा कुछ भी सार्थक हासिल करने में विफल रहा।”
कांग्रेस को नहीं आता विपक्ष में रहना
हाल ही में कांग्रेस के साथ लंबी चली उनकी बातचीत बेनतीजा रही थी। इसके बाद पीके ने कांग्रेस को लेकर कहा था है कि उसके नेता यह मानते हैं कि सरकार को लोग खुद ही उखाड़ फेंकेंगे और उन्हें सत्ता मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस लंबे समय तक सत्ता में रही है और उसे विपक्ष में रहना नहीं आता।
उन्होंने कहा था, ‘मैं देखता हूं कि कांग्रेस के लोगों में एक समस्या है। वे मानते हैं कि हमने लंबे समय तक देश में शासन किया है और जब लोग नाराज होंगे तो सरकार को उखाड़ फेंकेंगे और फिर हम आ जाएंगे। वे कहते हैं कि आप क्या जानते हैं, हम सब कुछ जानते हैं और लंबे समय तक सरकार में रहे हैं।’