बगड़ी नर्वदेश्वर महादेव मंदिर परिसर में भव्य दरबार सजा कर,बाबा श्याम के कीर्तन का किया गया आयोजन।
पुष्प व इत्र वर्षा के साथ गायकों द्वारा भाव भरे भजनों से लगाई अर्जी,राधा-कृष्ण की झांकी बनी आकर्षण का केंद्र।
मनमोहक भजनों की प्रस्तुति पर,देर रात से अल सुबह तक झूमते रहे श्याम प्रेमी।
बगड़ी // रिपोर्टर-ऋषिराज जायसवाल
बगड़ी // बस स्टैंड स्थित नर्वदेश्वर महादेव मंदिर परिसर में खाटू श्याम का भव्य दरबार सजा कर बाबा श्याम के कीर्तन का आयोजन किया गया। इसमें भजन गायकों के द्वारा मंगल मई भजनों की प्रस्तुति दी गई। अल सुबह तक कीर्तन चलता रहा जिसमें दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंचे। वही बाबा श्याम को छप्पन भोग लगाने के साथ इत्र और पुष्प वर्षा की गई। बाबा श्याम की पूजा अर्चना के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई। साथ ही सभी कलाकारों का सम्मान किया गया। वही भजन गायकों द्वारा बाबा श्याम के भजनों का अमृतमय गान कर, सुंदर-सुंदर भजनों की प्रस्तुति दी गई।
गायको द्वारा बाबा श्याम को,भाव भरे भजनों से लगाई अर्जी :-
प्रसिद्ध भजन गायक अजय पाटीदार मंदसौर द्वारा बाबा श्याम का भजन “जब से तेरी मेरी मुलाकात हो गई,सारे कहते हैं करामात हो गई। “श्याम बाबा-श्याम बाबा तेरे पास आया हूं, चरणों में तेरे अरदास लाया हूं। “कैसे-कैसे काम मेरे किए थे ना बाबा इतना तो मैं जानू” “सांवरिया निर्मल को धन दिया मेरी बिगड़ी बना दे। भजनों की प्रस्तुति पर श्रद्धालु भाव-विभोर होकर नाच उठे। वही इंदौर की भजन गायिका जिया परमार ने भी सुंदर-सुंदर भजनों की प्रस्तुति दी।”आपकी कृपा से सब काम हो रहा है, पतवार के बिना ही नाव चल रही है।”श्याम बाबा-श्याम बाबा तेरे पास आया हूं चरणों में अरदास लाया हूं। “घड़ी की पगड़ी बांधे कितना सुंदर लागे बिहारी” बाबा श्याम के मंगलमय कीर्तन में भजनों की प्रस्तुति पर श्रद्धालु झूम उठे। वही संगीत सेवा लखदातार साधना ग्रुप बदनावर के द्वारा दी गई।
राधा कृष्ण की झांकी बनी आकर्षण का केंद्र:-
कीर्तन के दौरान राधा-कृष्ण की झांकी आकर्षण का केंद्र बनी। मंच के समीप राधा-कृष्ण की झांकी बनाई गई थी जिसमें राधा-कृष्ण नृत्य कर रहे थे। इसमें “बांस की बांसुरी पे घणो इतराए, सोना की होती तो काय करतो”ओर” बृज की छोरी से मैया करा दे मेरो ब्याह” भजनों पर नृत्य भी आकर्षण का बना केंद्र।
इत्र व पुष्प वर्षा के साथ,बाबा श्याम को लगाया छप्पन भोग :-
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण छप्पन भोग , इत्र व पुष्प वर्षा एवं बाबा का भव्य दरबार रहा। कार्यक्रम में आस-पास के क्षेत्र से बड़ी संख्या में श्याम भक्त सम्मिलित हुए। वही भजनों का क्रम रात्रि 3:00 बजे तक चलता रहा। तत्पश्चात आरती कर प्रसादी का वितरण किया गया।